सपा प्रत्याशी रोशन मिर्जा ने ऑडियो को सही बताया है। उनका कहना है कि दिग्विजय सिंह का फोन आया था। उन्होंने कहा कि आप चुनाव क्यों लड़ रहे हैं आपको चुनाव लड़ना तो आता नहीं है देख रहे हैं कि भाजपा और कांग्रेस किस कंडीशन में हैं। फिर मैंने उनसे कहा था कि अपनी बात कहने का सबको अधिकार है। आजाद भारत में तो कोई भी चुनाव लड़ सकता है। हम भी पार्टी से लड़ रहे हैं।दिग्विजय सिंह ने कहा कि आप चुनाव मत लड़ो, नाम वापस ले लो, मुझसे मिलना। पार्षद का टिकट हम देंगे, हमने कहा कि पार्षद के टिकट की कोई बात नहीं है। हम सुनील शर्मा के पास गए थे, उन्होंने भी मना कर दिया कि टिकट नहीं देंगे। इस पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि उनसे मिल लो। इसके बाद लालच भी दिया। टिकट देने की बात थी और कांग्रेस के दूसरे नेताओं ने कहा कि 10 लाख रुपए दे देंगे।
हम लालच में नहीं आए तो दिग्विजय ने आरोप लगाने लगे
रोशन मिर्जा ने कहा कि नाम वापस नहीं ले सकते हैं, क्योंकि हमारे समाज के जो लोग हैं, उनकी गिनती कहीं नहीं होती है। जितने भी वोट आएं, हम अपनी बात तो रख सकते हैं। जब मैंने लालच नहीं दिखाया तो दिग्विजय सिंह ने छोटे नेताओं को आगे कर दिया और तोहमत लगानी शुरू कर दी कि हम भाजपा का सपोर्ट करने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। कोई कुछ कहे, हम तो पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे।