नई दिल्ली:जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में जल्द चुनाव (Election) कराए जा सकते हैं. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने इसके संकेत दिए हैं. पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस (Independence Day 2020) के मौके पर लालकिले से अपने संबोधन में जम्मू कश्मीर का जिक्र करते हुए कहा कि यह हम सभी के लिए गर्व की बात है कि जम्मू और कश्मीर में स्थानीय इकाइयों के प्रतिनिधि सक्रियता और संवेदनशीलता के साथ विकास के एक नए युग को आगे बढ़ा रहे हैं. लोगों की सहभागिता के साथ ही विकास के पथ पर आगे बढ़ा जा सकता है.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि यह वर्ष जम्मू-कश्मीर की नई विकास यात्रा का वर्ष है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को एक साल पहले 370 से आजादी मिली थी. नई विकास यात्रा में यह वर्ष एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर रहा है. उन्होंने कहा कि यह वर्ष जम्मू और कश्मीर में महिलाओं और दलितों के अधिकारों का वर्ष है. मोदी ने कहा कि देश प्रतिबद्ध है और जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराने का भी प्रयास कर रहा है. उन्होंने कहा कि हम भी चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर को उसका अपना विधायक मिले, उसके मंत्रियों से मिले और उसकी सरकार से मिले. लद्दाख का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि पिछले साल लद्दाख को केंद्रशासित प्रदेश बनाकर, इसके लोगों की पुरानी मांग को पूरा किया गया है.
मनोज सिन्हा को राज्यपाल बनाने के पीछे की मंशा
जम्मू कश्मीर से धारा-370 समाप्त होने के ठीक एक साल बाद प्रदेश के पहले उपराज्यपाल जीसी मुर्म ने इस्तीफा दे दिया. उन्हें देश का नया सीएजी बनाया गया है. उनके स्थान पर मनोज सिन्हा को जम्मू कश्मीर का नया उपराज्यपाल बनाया गया है. इसके पीछे वजह मानी जा रही है कि मनोज सिन्हा राजनीति से लंबे समय से जुड़े रहे हैं. वह केंद्र सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. ऐसे में जम्मू कश्मीर में चुनाव कराने में इनकी अहम भूमिका होगी.