जेईई मेन और नीट परीक्षा के आयोजन को लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है। कोरोना महामारी के दौरान इन परीक्षाओं को टालने की मांग की जा रही है। इसी तर्ज पर एनएसयूआई ने बुधवार को अनिश्चितकालीन सत्याग्रह शुरू कर दिया है।
एनएसयूआई की मांग है कि वर्तमान समय में इन परीक्षाओं का होना सही नहीं है। एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में ये विरोध हो रहा है, वहीं एनएसयूआई के कई अन्य कार्यकर्ता भी उनके समर्थन में दिल्ली स्थित शास्त्री भवन पर भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं।
एनएसयूआई राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन का कहना है, वर्तमान समय में नीट, जेईई परीक्षा के लिए सही नहीं है। क्योंकि कोरोना के मामले प्रतिदिन हजारों की तादाद में बढ़ रहे हैं। ऐसे में छात्रों का एक राज्य से दूसरे राज्य सफर करना मुश्किल है।
उन्होंने आगे कहा, छात्रों के भविष्य को ध्यान मे रखते हुए एनएसयूआई ने आज अनिश्चितकाल सत्याग्रह शुरू किया है और जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं हम पीछे नहीं हटेंगे।
दरअसल, परीक्षा में अब एक महीने से भी कम समय बचा है और सुप्रीम कोर्ट ने भी जेईई मेन और नीट परीक्षा आयोजित कराने के लिए अनुमति दे दी है। जबकि छात्र कोरोना संकट के कारण परीक्षा को स्थगित करने की मांग कर रहे हैं।
एनएसयूआई राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन का कहना है, वर्तमान समय में नीट, जेईई परीक्षा के लिए सही नहीं है। क्योंकि कोरोना के मामले प्रतिदिन हजारों की तादाद में बढ़ रहे हैं। ऐसे में छात्रों का एक राज्य से दूसरे राज्य सफर करना मुश्किल है।
उन्होंने आगे कहा, छात्रों के भविष्य को ध्यान मे रखते हुए एनएसयूआई ने आज अनिश्चितकाल सत्याग्रह शुरू किया है और जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं हम पीछे नहीं हटेंगे।
दरअसल, परीक्षा में अब एक महीने से भी कम समय बचा है और सुप्रीम कोर्ट ने भी जेईई मेन और नीट परीक्षा आयोजित कराने के लिए अनुमति दे दी है। जबकि छात्र कोरोना संकट के कारण परीक्षा को स्थगित करने की मांग कर रहे हैं।