रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने ऑनलाइन पास जेनरेशन और रेलवे कर्मचारियों द्वारा टिकट बुकिंग के लिए ई-पास मॉड्यूल जारी कर दिया है। इसके तहत अब रेलवे अधिकारी और कर्मचारी कहीं से भी ई-पास और सुविधा टिकट आदेश (PTO) के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और ऑनलाइन इसे प्राप्त कर सकते हैं।
पहले कर्मचारियों को रेल पास की सुविधा के लिए विभाग के चक्कर काटने पड़ते थे। कागजी प्रक्रिया के दौरान रेल पास सुविधा का दुरुपयोग होने का अंदेशा भी बना रहता था, लेकिन अब पूरा डाटा ऑनलाइन अपडेट रहेगा। सिस्टम ई-पास से जुड़ी तमाम जानकारी चंद सेकेंड में ही अधिकारियों व कर्मचारियों को दे देगा। यह सुविधा मिलने के बाद कर्मचारियों को पास लेकर टिकट काउंटर पर जाने और यात्रा के दौरान इसे संभालकर रखने की जरूरत नहीं होगी। अब सिर्फ मोबाइल पर आए कोड को सहेज कर रखना होगा। यही कोड सीट रिजर्व कराते समय फॉर्म में भरना होगा।
इससे पहले रेल कर्मचारियों को रिजर्वेशन के लिए कार्मिक विभाग के पास सेक्शन से जारी पेपर वाले पास के सहारे पेपर टिकट लेना पड़ता था। लेकिन ई-पास की सुविधा लागू होने से पूरी व्यवस्था पेपरलेस हो गई है। अब रेल अधिकारी व कर्मचारी भी आम लोगों की तरह घर पर टिकट की बुकिंग करा सकेंगे। इससे पारदर्शिता भी आएगी।
राजपत्रित अधिकारियों को एक साल में छह और सेवानिवृत्त होने पर तीन रेल पास मिलते हैं। इस पास के जरिए वह एवं उनके आश्रित मुफ्त रेल सफर करते हैं। गैर राजपत्रित कर्मचारियों को साल में तीन व सेवानिवृत्त होने पर दो पास दिए जाते हैं। रेल कर्मियों को चार पीटीओ यानि प्रिविलेज टिकट ऑर्डर भी मिलता है। पीटीओ से सफर करने के लिए उन्हें एक तिहाई किराया देना पड़ता है।
पहले कर्मचारियों को रेल पास की सुविधा के लिए विभाग के चक्कर काटने पड़ते थे। कागजी प्रक्रिया के दौरान रेल पास सुविधा का दुरुपयोग होने का अंदेशा भी बना रहता था, लेकिन अब पूरा डाटा ऑनलाइन अपडेट रहेगा। सिस्टम ई-पास से जुड़ी तमाम जानकारी चंद सेकेंड में ही अधिकारियों व कर्मचारियों को दे देगा। यह सुविधा मिलने के बाद कर्मचारियों को पास लेकर टिकट काउंटर पर जाने और यात्रा के दौरान इसे संभालकर रखने की जरूरत नहीं होगी। अब सिर्फ मोबाइल पर आए कोड को सहेज कर रखना होगा। यही कोड सीट रिजर्व कराते समय फॉर्म में भरना होगा।
इससे पहले रेल कर्मचारियों को रिजर्वेशन के लिए कार्मिक विभाग के पास सेक्शन से जारी पेपर वाले पास के सहारे पेपर टिकट लेना पड़ता था। लेकिन ई-पास की सुविधा लागू होने से पूरी व्यवस्था पेपरलेस हो गई है। अब रेल अधिकारी व कर्मचारी भी आम लोगों की तरह घर पर टिकट की बुकिंग करा सकेंगे। इससे पारदर्शिता भी आएगी।
राजपत्रित अधिकारियों को एक साल में छह और सेवानिवृत्त होने पर तीन रेल पास मिलते हैं। इस पास के जरिए वह एवं उनके आश्रित मुफ्त रेल सफर करते हैं। गैर राजपत्रित कर्मचारियों को साल में तीन व सेवानिवृत्त होने पर दो पास दिए जाते हैं। रेल कर्मियों को चार पीटीओ यानि प्रिविलेज टिकट ऑर्डर भी मिलता है। पीटीओ से सफर करने के लिए उन्हें एक तिहाई किराया देना पड़ता है।