नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में कथित तौर पर आज फिर एक बार एक युवक ने अस्पताल की छत से कूदकर आत्महत्या कर ली।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सोमवार सुबह लगभग 6 बजे एम्स अस्पताल से पुलिस को सूचना मिली कि एक व्यक्ति अस्पताल की छत से कूद गया है। घटना की जानकारी मिलते ही मौके घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने गंभीर रूप से घायल युवक को इलाज के लिए तुरंत ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया।
घायल युवक की पहचान 2018 अंडर ग्रेजुएट बैच के मेडिकल छात्र विकास के रूप में की गई है जो मूलरूप से बेंगलुरु का रहने वाला था। 22 वर्षीय विकास को पिछले कुछ दिनों से एम्स के मनोरोग वार्ड में भर्ती कराया गया था।
घायल मेडिकल छात्र को बाद में इलाज के दौरान मृत घोषित कर दिया गया। पूछताछ के दौरान पता चला कि मृतक ने वार्ड से एक घंटे की छुट्टी ली थी और कथित तौर पर छात्रावास की छत से कूद गया। आगे की पूछताछ चल रही है।
बता दें कि एम्स में आत्महत्या की यह कोई पहली घटना नहीं है। बीते माह 10 जुलाई को भी एक 25 साल के जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर ने हॉस्टल की 10वीं मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी। अभी तक आत्महत्या के पीछे की वजहों का पता नहीं चल पाया है।
घायल मेडिकल छात्र को बाद में इलाज के दौरान मृत घोषित कर दिया गया। पूछताछ के दौरान पता चला कि मृतक ने वार्ड से एक घंटे की छुट्टी ली थी और कथित तौर पर छात्रावास की छत से कूद गया। आगे की पूछताछ चल रही है।
बता दें कि एम्स में आत्महत्या की यह कोई पहली घटना नहीं है। बीते माह 10 जुलाई को भी एक 25 साल के जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर ने हॉस्टल की 10वीं मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी। अभी तक आत्महत्या के पीछे की वजहों का पता नहीं चल पाया है।
वहीं, उससे पहले 7 जुलाई को कोरोना संक्रमित एक 37 वर्षीय पत्रकार तरुण सिसोदिया ने भी संदिग्ध परिस्थितियों में एम्स की चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। घटना के बाद सिसोदिया को तुरंत एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती किया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। पत्रकार के मौत के मामले की जांच के लिए एक उच्च-स्तरीय समिति का गठन किया गया था।