बारिश का कहर पहाड़ से लेकर मैदानी राज्यों तक जारी है। मौसम विभाग ने महाराष्ट्र के कई जिलों में बहुत भारी बारिश की संभावना को देखते हुए 'रेड अलर्ट' जारी किया है। जबकि दिल्ली और आसपास के इलाकों में भी बारिश का अनुमान है। वहीं अगले 24 घंटे में छत्तीसगढ़, राजस्थान और गुजरात, मध्यप्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ की संभावना है।
केंद्रीय जल आयोग ने बाढ़ को लेकर दिशानिर्देश जारी किये हैं। आयोग ने मौसम विभाग के हवाले से बताया कि उत्तरी छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, पश्चिम मध्य प्रदेश और राजस्थान और दक्षिण गुजरात उप-विभाजन के कुछ क्षेत्रों पर अगले 24 घंटों में बाढ़ का मध्यम जोखिम है।
मौसम केंद्र के अनुसार कम दबाव का क्षेत्र बने होने की वजह से देश के कई इलाको में तेज हवाओं के साथ सोमवार और मंगलवार तक अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है। हालांकि, यह चक्रवात अब कमजोर पड़ रहा है और यह झारखंड तथा पड़ोसी राज्यों की ओर बढ़ गया है। मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली एजेंसी स्काइमेट के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है।
वहीं छत्तीसगढ के कई इलाकों में पिछले 24 घंटे से हो रही लगातार बारिश की वजह से जनजीवन प्रभावित हुआ है। 70 से ज्यादा गांवों का मुख्यालय से सम्पर्क टूट चुका है. शबरी नदी उफान पर है। जिसके कारण नेशनल हाईवे 30 पर भी पानी आ गया है। निचली बस्तियो में पानी भरने के बाद इनको खाली करा लिया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है। यहां बारिश से बस्तर क्षेत्र का अधिकतर हिस्सा प्रभावित हुआ है। इस क्षेत्र के बाजपुर, दंतेवाड़ा और सुकमा जिलों में गुजरने वाली ज्यादातर नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।