बिहार में जलापूर्ति और सीवर से जुड़ी अरबों रुपये की परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास की तैयारी है। यह परियोजनाएं केंद्र की नमामि गंगे और अमरुत योजना से जुड़ी हैं। इनमें पटना की बेऊर और कर्मलीचक सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के अलावा सीवान, छपरा, मुंगेर, जमालपुर, मुजफ्फरपुर से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं। इनका उद्घाटन और शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों कराए जाने की तैयारी चल रही है। खबर है कि परियोजनाओं का ब्योरा भी प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजा गया है ताकि उनसे समय लिया जा सके।
आचार संहिता लगने से पहले उद्घाटन की तैयारी
राज्य विधानसभा चुनाव का शोर शुरू हो चुका है। जरूरी परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास आचार संहिता के फंदे में ना फंसें, सो इस काम को तेज गति से निपटाया जा रहा है। राजधानी पटना सहित राज्य में सीवर से जुड़ी परियोजनाएं नमामि गंगे परियोजना के तहत ली गई हैं। ताकि गंदे नालों और गंदगी को सीधे गंगा सहित दूसरी नदियों में गिरने से रोका जा सके। जहां तक जलापूर्ति की योजनाओं का सवाल है तो राज्य में बड़े पैमाने पर शहरी और ग्रामीण निकायों में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत इस काम को कराया गया है। वहीं कुछ शहरों में अमरुत के तहत भी जलापूर्ति की योजनाएं स्वीकृत की गई हैं। केंद्रीय योजनाओं से हुए छह कार्यों का उद्घाटन और दो का शिलान्यास पीएम मोदी से कराने के प्रयास हो रहे हैं।
यह योजनाएं हैं शामिल
नमामि गंगे और अमरुत के तहत जिन आठ परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास कराने की तैयारी है, इनमें छह का उद्घाटन होना है। इसमें पटना के बेऊर और कर्मलीचक का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, नगर परिषद सीवान की जलापूर्ति योजना, बक्सर नगर परिषद की जलापूर्ति योजना, छपरा और मुंगेर नगर निगम की जलापूर्ति योजना शामिल हैं। इसके अलावा मुजफ्फरपुर में रिवर फ्रंट विकसित करने और जमालपुर नगर परिषद की स्वीकृति जलापूर्ति योजना की नींव रखी जानी है।