कानपुर: उत्तर प्रदेश पुलिस के एक निलंबित सब-इंस्पेक्टर पर सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. पुलिस के अनुसार, सब-इंस्पेक्टर विजय प्रताप ने एक धर्म विशेष के खिलाफ भी अपमानजनक टिप्पणी की थी. बता दें कि विजय प्रताप ने तब सुर्खियां बटोरी थीं, जब उन्होंने नवंबर 2019 में बिठोली पुलिस स्टेशन में अपने स्थानांतरण के विरोध में 65 किलोमीटर की दौड़ लगाई थी.
कोतवाली पुलिस स्टेशन में जिला भाजपा अध्यक्ष अजय प्रताप धाकरे और अखिल भारतीय ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष शैलेंद्र चौधरी की शिकायतों के बाद मामला दर्ज किया गया है.
सर्किल अधिकारी (सिटी) वैभव पांडेय ने कहा कि दोषी पुलिस अधिकारी पर आईपीसी और आईटी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
विजय प्रताप ने तब सुर्खियां बटोरी थीं, जब उन्होंने नवंबर 2019 में बिठोली पुलिस स्टेशन में अपने स्थानांतरण के विरोध में 65 किलोमीटर की दौड़ लगाई थी. सब-इंस्पेक्टर विजय प्रताप सिंह ने तब एक ट्वीट भी पोस्ट किया था, जिसमें लिखा था, “आरआई (पुलिस के रिजर्व इंस्पेक्टर) के तानाशाही रवैये के कारण मेरा तबादला किया जा रहा है. मुझे एसएसपी द्वारा आरक्षित पुलिस लाइनों में वापस रहने के लिए कहा गया था, लेकिन मुझे आरआई द्वारा जबरन बिठोली में स्थानांतरित किया जा रहा है. आप इसे मेरा गुस्सा समझे या दुख, लेकिन मैं बिठोली दौड़ कर जाऊंगा.”
इटावा के एसपी (सिटी), राम यश सिंह ने कहा, “सब-इंस्पेक्टर को रिजर्व पुलिस लाइंस से बिठोली में स्थानांतरित किया गया था. किसी भी अनुशासित अधिकारी की तरह ट्रांसफर ऑर्डर को स्वीकार करने के बजाय, उन्होंने सोशल मीडिया पर एक संदेश पोस्ट किया.”